
“गुरु, पैगम्बर, तीर्थंकर आदि होते हैं! फिर भी मनुष्य जाति सुधरती क्यों नहीं?” – स्वामी शैलेन्द्र सरस्वती
प्रश्न- एक मित्र ने पूछा है कि इतने गुरु, पैगम्बर, तीर्थंकर आदि होते हैं। फिर भी मनुष्य जाति सुधरती क्यों नहीं? क्योंकि लोग सीखने के लिए तैयार ही नहीं होते। गौर से सुनना- सिखाने वाले कुछ सिखाते हैं और ...
Continue reading