“गांधी, महावीर या किसी और का खंडन क्यों?” – ओशो
प्रश्नः मेरे सामने एक दूसरा सवाल आया। कई विचारक लोग भी थे, कई लोग भी थे--आपकी जो प्रवृत्ति है, उनके प्रति थोड़ा सदभाव भी था--इनके पास धारणाएं हैं कि इंसान दो ढंग से काम करता है, सब्जेक्टिव और आब्जेक्टिव। तो ...
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