क्या सेवा (Service) करना ही पर्याप्त नहीं है? क्या गरीबों की, दीनों की, दुखियों की, सेवा करें तो उसी सर्विस से, उसी सेवा से क्या परमात्मा नहीं मिल जाएगा?
Question
प्रश्न - एक और मित्र पूछते हैं कि क्या सेवा करना ही पर्याप्त नहीं है? सेवा करें तो क्या परमात्मा की उपलब्धि नहीं हो जाएगी? क्यों पड़ें इन सारी बातों में? उन्होंने पूछा है: सेवा करें ...